जब ऋषि कपिल को गौपाल के प्रण के बारे में ज्ञात हुआ तो गौपाल को सेवक द्वारा संदेश देकर उसे बुलवाया । संदेश प्राप्त होने पर गौपाल कपिल मुनि के समक्ष उपस्थित हुआ ।
कपिल मुनिः गौपाल अत्यंत चिंतित दिखाई दे रहे हो ।
गौपाल: मुनिवर राज्य की प्रजा अत्यंत दुखी है परन्तु मै इसका कारण नहीं जान पा रहा है । मैने यह दृढ निश्चय किया है कि मै अपने राज्य को सुख एवं समृद्ध शाली बनाउॅगा ।
कपिल मुनिः पुत्र आपकी भावना से मै बहुत प्रभावित हॅू परन्तु यह कार्य आप कैसे करेंगें एवं आपके पास इसकी क्या आपकी है ।
गौपाल: मुनिवर मेरे चिंतन कारण भी यही परन्तु मेरे पास इसका कोई समाधान नही है ।
कपिल मुनिः पुत्र इसका समाधान प्राप्त करने के लिये आपको राज्य एवं आपके पूर्वजो का इतिहास समझना होगा सम्पूर्ण समाधान उसी में है ।
गौपाल: मुनिवर, वह इतिहास मुझे कहाॅ से प्राप्त होगा ।
कपिल मुनिः यदि आप इतिहास सुनना चाहतें है तो मै आपको सम्पूर्ण इतिहास बताउॅगा ।
गौपाल: मुनिवर, बताइये ।
कपिल मुनिः पुत्र, आज नही मेरे ध्यान करने समय हो चुका है कल प्रातः मै आपके पूर्वजो का गौरव मय इतिहास बताउॅगा ।
गौपाल अपने महल आ गया एवं अगली एवं अगली प्रभात की प्रतिक्षा करने लगा ।
कपिल मुनिः गौपाल अत्यंत चिंतित दिखाई दे रहे हो ।
गौपाल: मुनिवर राज्य की प्रजा अत्यंत दुखी है परन्तु मै इसका कारण नहीं जान पा रहा है । मैने यह दृढ निश्चय किया है कि मै अपने राज्य को सुख एवं समृद्ध शाली बनाउॅगा ।
कपिल मुनिः पुत्र आपकी भावना से मै बहुत प्रभावित हॅू परन्तु यह कार्य आप कैसे करेंगें एवं आपके पास इसकी क्या आपकी है ।
गौपाल: मुनिवर मेरे चिंतन कारण भी यही परन्तु मेरे पास इसका कोई समाधान नही है ।
कपिल मुनिः पुत्र इसका समाधान प्राप्त करने के लिये आपको राज्य एवं आपके पूर्वजो का इतिहास समझना होगा सम्पूर्ण समाधान उसी में है ।
गौपाल: मुनिवर, वह इतिहास मुझे कहाॅ से प्राप्त होगा ।
कपिल मुनिः यदि आप इतिहास सुनना चाहतें है तो मै आपको सम्पूर्ण इतिहास बताउॅगा ।
गौपाल: मुनिवर, बताइये ।
कपिल मुनिः पुत्र, आज नही मेरे ध्यान करने समय हो चुका है कल प्रातः मै आपके पूर्वजो का गौरव मय इतिहास बताउॅगा ।
गौपाल अपने महल आ गया एवं अगली एवं अगली प्रभात की प्रतिक्षा करने लगा ।
nice post
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