Monday, October 21, 2013

अध्याय दशम - समस्याओं का समाधान

कपिलमुनिः गौपाल षडयंत्र तो बहुत सारे है परन्तु मुख्य षडयंत्र एवं उसका सार मैने तुम्हें बता दिया है अब आप मेरे इन वचनो के आधार पर अपने योजना एवं समाधान निकाल सकते है

गौपालः जी मुनिवर

कपिलमुनिः पहली समस्या यह है कि नुरसर के लोग बहुत बीमार है शरीर अस्वथ्यता के कारण मानसिक दुबर्लता भी गई  पहले आपको शरीरिक सबलता लानी होगी 

दूसरा धन कि कमी एवं गलत तरीकों से खेती करने के कारण कृषि समाप्ति के पायदान पर है एवं कुछ समय बाद यह भूमि बंजर हो जायेगी अतः उसे ठीक करवाना आपका  कर्म होगा

तीसरा कार्य आपको गुरूकुलों की पुर्नस्थापना करना होगा जब तक शिक्षा व्यावस्था में परिवर्तन नही होगा तब तक गाय की स्थिति में परिवर्तन नही होगा एवं ज्ञानवान नही हो पायेगें ज्ञानवान नहीं हो पायी तो हमारी आने वाली पीडियां गरीब ही रहेगी

इस कार्य का गौपाल आप आसान समझें यह कठिन कार्य है हमारे देश में डा  के रूप में, रासायनिक खादों केा  बेचने वालो के रूप, कान्वेंट स्कूलों के रूप में उनके एजेंट बैठे है इनके लोग देश के मंत्री मंडल मे भी सम्मिलित है जिनका कार्य  हमारे देश की नीतियों का निर्धारण आंग्लदेश के किंग के अनुसार करना है इन्होने वर्तमान व्यवस्था को पूरा नियंत्रण में कर लिया है

गौपालः  क्यों इन सभी देश द्रोहियों को समाप्त कर दिया जाये

कपिलमुनिः समाप्त करना समाधान नहीं है हमारे देश के लोगो मानसिकता एवं संस्कृतिक रूप से आंग्लदेश किंग के अधीन हो चुके है इन लोगो का समाप्त करने पर अन्य लोग इनका स्थान ले लेंगें हमारी प्रजा में तुच्छ की भावना उत्पन्न हो चुकी है आपको इसी भावना को समाप्त करना होगा इसके लिये आपको गौजागृति अभियान चलाना होगा गौ के महत्व को पुनः दृष्टवा बनाना होगा

तभी आप सफल हो पायेगें मैने आपको समस्या एवं समाधान दोनो ही दिये यह आपकी सहायता अवश्य करेंगंे आप अपने कार्य मे लग जाईये आपकी जहां सहायता की आवश्यता होगी मै वहां उपलब्ध  रहंूगा
अब मेरे ध्यान का समय हो गया है

गौपालः जी मुनिवर


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