Monday, October 21, 2013

अध्याय एक दश - गौपाल द्वारा समूह चयन

गौपाल मुनि के आश्रम से निकलने के बाद विचार करने लगा कि इतना कार्य मात्र एक व्यक्ति के बस की बात नही है अगर यह आंग्ल देश किंग का षडयंत्र है तो उसके षडयंत्र का विनाश करने के लिये बहुत सारे व्यक्तियों की आवश्यता होगी अतः उसने गांव के उर्जावान एवं सेवा उर्जा से भरे लोगो का समूह बनाने का निर्णय लिया  

इसके लिए उसे सुशिक्षा सुचिकित्सा एवं सुकृषि नामक तीन युवको का चयन किया

सुशिक्षा का कार्य पुरानी शिक्षा का अध्ययन करना एवं वर्तमान परिस्थिति के अनुसार उसे परिवर्तित करने का है
सचिकित्सा  का कार्य पुरानी चिकित्सा पद्धती की पुनः खोज एवं प्रजा को उसके बारे में अवगत कराना है

सुकृषि का मूल्य उददेश्य कृषि क्षेत्र में गाय के लाभों को पुराने ग्रंथो में खोजना एवं नुनसर देश की प्रजा को उसके बारें में प्रमाणों के साथ अवगत कराना है


इन तीनो नवयुवको ने बहुत उर्जा को नुनसर देश के लिये संयोजित कर रखा हुआ है एवं अब उसका उपयोग समय गया है यह तीनो युवक अपनी सुविधा के अनुसार और युवको को अपनो समूह में जोड सकते है

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