मंत्री राबर्ट ने अपने किंग के साथ नुनसर देश की योजना तैयार कर ली एवं वह नुनसर देश वापस आ गया । योजना के अंतर्गत मंत्री राबर्ट ने राजा जयचंद्र को गुप्तरूप से मित्रता का संदेश भेजा एवं उनकी सेनाओ को नुनसर देश की सीमा पर खडा करा दिया । दूसरी ओर से आंग्लदेश की सेना आकर मोर्चा सेभाल रही थी एवं मत्री राबर्ट ने नुनसर देश के राजा रामनरूद्र के साथ एक भोज का आयोजन किया ।
मंत्री राबर्टः महाराज आज मेरा जन्म दिवस है अतः मै आपको अपने कुटियाॅ में भोजन का आमंत्रण देना चाहता हॅू ।
राजा रामनरूद्रः आप हमारे अतिथि है एव ंहम आपका आमंत्रण स्वीकार करने आपका सौभाग्य समझतें है ।
मंत्री राबर्टः महाराज मुझे आपसे एक और आग्रह करना है कि आप मेरे यहां बिना अंगरक्षकों आईये क्योंकि हमारे देश में भाजों में अंगरक्षकों को नही लाया जाता है ।
चतुरसेनः महाराज इस आग्रह का आपको अस्वीकार कर देना चाहिये । एव ंहम आपकों बिना अंगरक्षकों के कहीं भी नही जाने देंगें ।
राजा रामनरूद्रः चतुरसेन जी कोई चिंता की आवश्यकता नहीं है एवं मंत्री राबर्ट हमारे अतिथि है उनका आग्रह हमें अस्वीकार नही करना चाहिये ।
चतुरसेनः महारात मै आपके मत से सहमत नही हूॅ । एवं हमारे देश के राजा बिना अंगरक्षका के कहीं नही जावेंगें।
राजा रामनरूद्रः चतुरसेन जी आप चिंता न करें, मंत्री राबर्ट हम आपका आमंत्रण स्वीकार करते है । महाराज ने अतिथि सम्मान के कारण चतुरसेन की आपत्ति को अस्वीकार कर दिया ।
महाराज रामनरूद्र बिना अंगरक्षकों के ही मंत्री राबर्ट के निवास स्थान में भोजन के लिये जाते है ।
मंत्री राबर्टः महाराज मै आभारी हूॅ कि आप मेरे यहां भोजन कि लिये पधारे है ।
दोनो ही भोजन आसन ग्रहण करते है एवं भोजन प्रारंभ करते है ।
राजा रामनरूद्रः मुझे मूर्छा आ रही है ।
मंत्री राबर्टः क्या हुआ महाराज । एवं महाराज मुर्छित होकर गिर पडते है ।
मंत्री राबर्टः महाराज को बंदी बना लो एवं सारे देश कि सेना को आदेश दो कि राजा रामनरूद्र हमारे बंदी है । सीमाओं पर खडी कवालियर की सेना एवं हमारे किंग की सेना को नुनसर देश पर आक्रमण करने का संकेत दो ।
चतुरसेनः चतुरसेन को जानकारी मिलते ही वह मंत्री राबर्ट के निवास स्थान ओर सेना लेकर बढा परन्तु राजा रामनरूद्र मंत्री राबर्ट के पास बंदी होने के कारण वह कुछ नही कर पाये ।
मंत्री राबर्ट को चतुरसेन की देशभक्ति एवं बुद्धि से बहुत भय था । इसिलिये उसने चतुरसेन की छल से हत्या करा दी । सम्पूर्ण नुनसर देश अब आंग्ल देश के किंग के आक्रमण कारी दमन के भोगने वाला है।
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