Tuesday, October 29, 2013

GauMata Survery

Dear All,

I am presenting very easy and eye opening survery on GauMata.
It will merely take 5 minutes. You have to answer the question on the YES/No only.

Survery will be closed in  15/Nov/2013


https://www.surveymonkey.com/s/6BZQH3S



Thanks for taking the survery.

Monday, October 21, 2013

अध्याय एक दश - गौपाल द्वारा समूह चयन

गौपाल मुनि के आश्रम से निकलने के बाद विचार करने लगा कि इतना कार्य मात्र एक व्यक्ति के बस की बात नही है अगर यह आंग्ल देश किंग का षडयंत्र है तो उसके षडयंत्र का विनाश करने के लिये बहुत सारे व्यक्तियों की आवश्यता होगी अतः उसने गांव के उर्जावान एवं सेवा उर्जा से भरे लोगो का समूह बनाने का निर्णय लिया  

इसके लिए उसे सुशिक्षा सुचिकित्सा एवं सुकृषि नामक तीन युवको का चयन किया

सुशिक्षा का कार्य पुरानी शिक्षा का अध्ययन करना एवं वर्तमान परिस्थिति के अनुसार उसे परिवर्तित करने का है
सचिकित्सा  का कार्य पुरानी चिकित्सा पद्धती की पुनः खोज एवं प्रजा को उसके बारे में अवगत कराना है

सुकृषि का मूल्य उददेश्य कृषि क्षेत्र में गाय के लाभों को पुराने ग्रंथो में खोजना एवं नुनसर देश की प्रजा को उसके बारें में प्रमाणों के साथ अवगत कराना है


इन तीनो नवयुवको ने बहुत उर्जा को नुनसर देश के लिये संयोजित कर रखा हुआ है एवं अब उसका उपयोग समय गया है यह तीनो युवक अपनी सुविधा के अनुसार और युवको को अपनो समूह में जोड सकते है

अध्याय दशम - समस्याओं का समाधान

कपिलमुनिः गौपाल षडयंत्र तो बहुत सारे है परन्तु मुख्य षडयंत्र एवं उसका सार मैने तुम्हें बता दिया है अब आप मेरे इन वचनो के आधार पर अपने योजना एवं समाधान निकाल सकते है

गौपालः जी मुनिवर

कपिलमुनिः पहली समस्या यह है कि नुरसर के लोग बहुत बीमार है शरीर अस्वथ्यता के कारण मानसिक दुबर्लता भी गई  पहले आपको शरीरिक सबलता लानी होगी 

दूसरा धन कि कमी एवं गलत तरीकों से खेती करने के कारण कृषि समाप्ति के पायदान पर है एवं कुछ समय बाद यह भूमि बंजर हो जायेगी अतः उसे ठीक करवाना आपका  कर्म होगा

तीसरा कार्य आपको गुरूकुलों की पुर्नस्थापना करना होगा जब तक शिक्षा व्यावस्था में परिवर्तन नही होगा तब तक गाय की स्थिति में परिवर्तन नही होगा एवं ज्ञानवान नही हो पायेगें ज्ञानवान नहीं हो पायी तो हमारी आने वाली पीडियां गरीब ही रहेगी

इस कार्य का गौपाल आप आसान समझें यह कठिन कार्य है हमारे देश में डा  के रूप में, रासायनिक खादों केा  बेचने वालो के रूप, कान्वेंट स्कूलों के रूप में उनके एजेंट बैठे है इनके लोग देश के मंत्री मंडल मे भी सम्मिलित है जिनका कार्य  हमारे देश की नीतियों का निर्धारण आंग्लदेश के किंग के अनुसार करना है इन्होने वर्तमान व्यवस्था को पूरा नियंत्रण में कर लिया है

गौपालः  क्यों इन सभी देश द्रोहियों को समाप्त कर दिया जाये

कपिलमुनिः समाप्त करना समाधान नहीं है हमारे देश के लोगो मानसिकता एवं संस्कृतिक रूप से आंग्लदेश किंग के अधीन हो चुके है इन लोगो का समाप्त करने पर अन्य लोग इनका स्थान ले लेंगें हमारी प्रजा में तुच्छ की भावना उत्पन्न हो चुकी है आपको इसी भावना को समाप्त करना होगा इसके लिये आपको गौजागृति अभियान चलाना होगा गौ के महत्व को पुनः दृष्टवा बनाना होगा

तभी आप सफल हो पायेगें मैने आपको समस्या एवं समाधान दोनो ही दिये यह आपकी सहायता अवश्य करेंगंे आप अपने कार्य मे लग जाईये आपकी जहां सहायता की आवश्यता होगी मै वहां उपलब्ध  रहंूगा
अब मेरे ध्यान का समय हो गया है

गौपालः जी मुनिवर


Friday, October 18, 2013

अध्याय नवम - गौहत्या केंद्रो की स्थापना एवं गुरूकुलों का नाश

कपिल मुनिः गौपाल यह भारी षडयंत्र है अभी बहुत कुछ शेष है धैर्य के साथ सुन तबहि जाकर आप समस्यों का समाधान निकाल पायेंगें।

गौपालः जी मुनिवर।

कपिल मुनिः गौपाल की योजना बनाते ही नुनसर देश में 350  गौहत्या के्रन्दो की स्थापना कर गौहत्या प्रारंभ की गई । जिनमें चाबीसों घंटों गौ को काटा जाने लगा । परन्तु इसके बाद भी जब गौमाताओं की संखया कम नही हुई तो नंदी बैलों को भी मारना प्रारंभ किया गया । इस प्रकार नुनसर का गरीब एवं पिछडा बनाने का षडयंत्र प्रारंभ हुआ ।


भारतीय समाज में गाय का महत्व मां का है अतः नुनसर में भी गाय का महत्व मां का ही है ।  अतः इस प्रकार की शिक्षा दीक्षा हमारे सहस्त्रों गुरूकुलों में दी जाती थी । अतः इन गुरूकुलों को नष्ट करना भी आंग्ल देश के किंग का षडयंत्र का हिस्सा था । हमारे हजारों गुरूओं का नष्ट किया गया । उन्हे बहुत ही क्रूरता से मारा, जलाया एवं उनकी हत्या की गडी एवं नये गुरूकुलों को स्थापित नही होन दिया गया ।

इन गुरूकुलों के बंद होते ही धीरे-धीरे  गायों का महत्व एवं उपयोग क्षीण होने लगा । प्रजा को गाय का वास्तविक रूप् नही देख पायी । उसके मातृत्व की समझ समाप्त होने लगी । एवं खेती एवं चिकित्सा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों  से गाय का उपयोग विलुप्त हो गया । एवं गायें भी समाप्त हो गई है ।

अध्याय अष्ठम - सांस्कृतिक गुलामी की योजना एवं लार्ड मेकाले

आंग्ल देश किंग एवं मंत्री राबर्ट की भरसक लूट एवं अनंत कुनीतियों के अपनायं जाने पर भी नुनसर देश को गरीब नही बनाया जा सका । इस पर बहुत विचार करन पर उन्हे कोई मार्ग नही  सूझा जब उन्होने आंग्लदेश के महाबुद्धि जीवी लार्ड मेकाले को नुनसर देश को सांस्कृतिक रूप से कैसे परतंत्र बनाया जाये इसकी योजना बनाई जा सके ।

लार्ड मेकाले  ने नुनसर देश में प्रवेश करते ही उसका अध्ययन किया । अध्ययन के लिये उेस बहुत समय लगाा । उसने प्रत्येक छोटी एवं बडी वस्तुओं एवं तथ्यों का गहनता से अध्ययन किया । एवं इस महाबुद्धि जीवी से नुनसर देश किंग एवं राबर्ट क्लाईव सहित अन्य मंत्रियों से निम्न चर्चा हुई 


लार्ड मेकालेः मैन नुनसर की स्थिति का अध्ययन बहुत ही गहराई से किया है । यहां पर कोई व्यक्ति गरीब, भिखारी एवं बेरोजगार नहीं है। यहां के मानवता एवं नैतिकता के आधार बहुत उंचे है जो अभी तक मैने विश्व के किसी भी देश में नही देखे है। इस प्रकार इस देश को परतंत्र बनाना असंभव है ।

यह सुनते ही आंग्लदेश के किंग एवं राबर्ट सहित अन्य मंत्री चिन्तित हो गये ।

लार्ड मेकालेः इसे परतंत्र बनाने के लिये हमारे पास केवल एक ही विकल्प है ।

सभासद्ः क्या एक सुर में ।

लार्ड मेकालेः नुनसर देश की सारी गौ का नाश यह गाय माता है कि जो देश को सम्पन्न स्ववलंबी बनायें हुऐ है ।  यह लोग इसी गौमाता का दूध पीकर देश भक्त एवं हष्ट पुष्ट होते है  । यह गौमाता है कि जो नुनसर देश की खेती को विश्व प्रसिद्ध बनाये हुऐ है । ऐसा अन्न कपडा एवं अन्य वस्तुऐं विश्व में की भी उपलब्ध नही है । हमें यहां कि शिक्षा व्यावस्था से गाय को निकालना होगा ताकि नुनसर देश कि आने वाली पीढियां, गाय के महत्व को न समझ को सके एवं स्वयं ही गाय का नाश करने लगें । जिस दिन नुनसर देश से गौमाता समाप्त हो जायेगी हम नुनसर को सांस्कृतिक एवं आर्थिक रूप से परतंत्र बना सकते है । 

इसके लिये हमें नुनसर में गौहत्या केन्द्रों की स्थापना करनी होगी । यह केंद्र मुसलिम आबादी द्वारा संचालित करवायें जायें ताकि दोनो पंथों में झगडा हो जाये एवं आंग्लदेश के सेैनिक गौमास का भक्षक करं एवं पेट भर सकें ।

इस प्रकार हम प्रजा की नैतिकता का पतन कर सकते है । यह घटना लगभग 1835 की है ।

गौपालः यह मुनि के मुख से सुनते ही गौपाल स्तब्ध रह गया ।

Wednesday, October 16, 2013

सप्तम अध्याय - नुनसर देश का दमन


आंग्ल देश का नुनसर देश पर अधिकार होते है । उसने सारी प्रजा को कष्ट देना प्रारंभ कर दिया । सबसे पहले नुनसर देश की महारानी सीतापार्वती के गहने, कपडो, को आंग्ल देश भेजा गया । महारानी सीतापार्वती आपकी परदादी थी । बहूमूल्य से बहूमूल्य सोना, चांदी, हीरे मोती रत्न, नीलम, कोहिनूर, हीरा, वेद, पुराण एवं सभी कुछ वह आंग्लदेश ले जाने लगे ।

विरोध करने वाली प्रजा की हत्था कर दी जाती थी । जो भी साहित्य, ग्रंथ एवं वस्तुऐ आंग्ल देश के सेना न ले जा पाते वह नष्ट कर दी गई । आपको परदादा रामनरूद्र को बदी बनाकर रखा गया एवं उन्हें यातनाऐं देना प्रारंभ किया गया ।


धीरे धीरे नुनसर देश की सारी समृद्धि आंग्लदेश के राजा समाप्त देना चाहते थे। परन्तु आंग्नदेश राजा एवं मंत्री राबर्ट कि इतनी लूट के बाद नुनसर देश धनी तो नहीं हुआ परन्तु यहां के लोग कुशल एवं हष्टपुष्ट होते रहे । जो बीच बीच में आंग्लदेश किंग के विरूद्ध युद्ध छेडते रहे । नुनसर देश परतंत्र होने के बाद भी स्वयं के उपयोग हेतु अन्न एवं दूसरी सामग्री उत्पन्न करने में सक्षम रहे ।

म्ंात्री राबर्ट एवं आंग्लदेश किंग को यह बात बिल्कुल पसंद न आती । तब उन्होने नुनसर देश सांस्कृतिक रूप से अधिकार करने की योजना बनाई ताकि वह नुनसर को आगे आने वाले हजारों वर्षो तक परतंत्र बना कर रख सके ।

Sunday, October 13, 2013

षष्ठं अध्याय - मंत्री राबर्ट का नुनसर आक्रमण

मंत्री राबर्ट ने अपने किंग के साथ नुनसर देश की योजना तैयार कर ली एवं वह नुनसर देश वापस आ गया । योजना के अंतर्गत मंत्री राबर्ट ने राजा जयचंद्र को गुप्तरूप से मित्रता का संदेश भेजा एवं उनकी सेनाओ को नुनसर देश की सीमा पर खडा करा दिया ।  दूसरी ओर से आंग्लदेश की सेना आकर मोर्चा सेभाल रही थी एवं मत्री राबर्ट ने नुनसर देश के राजा रामनरूद्र के साथ एक भोज का आयोजन किया । 

मंत्री राबर्टः महाराज आज मेरा जन्म दिवस है अतः मै आपको अपने कुटियाॅ में भोजन का आमंत्रण देना चाहता हॅू । 

राजा रामनरूद्रः आप हमारे अतिथि है एव ंहम आपका आमंत्रण स्वीकार करने आपका सौभाग्य समझतें  है । 

मंत्री राबर्टः महाराज मुझे आपसे एक और आग्रह करना है कि आप मेरे यहां बिना अंगरक्षकों आईये क्योंकि हमारे देश में भाजों में अंगरक्षकों को नही लाया जाता है ।

चतुरसेनः महाराज इस आग्रह का आपको अस्वीकार कर देना चाहिये । एव ंहम आपकों बिना अंगरक्षकों के कहीं भी नही जाने देंगें ।

राजा रामनरूद्रः चतुरसेन जी कोई चिंता की आवश्यकता नहीं है एवं मंत्री राबर्ट हमारे अतिथि है उनका आग्रह हमें अस्वीकार नही करना चाहिये ।

चतुरसेनः महारात मै आपके मत से सहमत नही हूॅ । एवं हमारे देश के राजा बिना अंगरक्षका के कहीं नही जावेंगें।



राजा रामनरूद्रः चतुरसेन जी आप चिंता न करें, मंत्री राबर्ट हम आपका आमंत्रण स्वीकार करते है । महाराज ने अतिथि सम्मान के कारण चतुरसेन की आपत्ति को अस्वीकार कर दिया । 
महाराज रामनरूद्र बिना अंगरक्षकों के ही मंत्री राबर्ट के निवास स्थान में भोजन के लिये जाते है ।

मंत्री राबर्टः महाराज मै आभारी हूॅ कि आप मेरे यहां भोजन कि लिये पधारे है ।
दोनो ही भोजन आसन ग्रहण करते है एवं भोजन प्रारंभ करते है ।

राजा रामनरूद्रः मुझे मूर्छा आ रही है । 

मंत्री राबर्टः क्या हुआ महाराज । एवं महाराज मुर्छित होकर गिर पडते है । 

मंत्री राबर्टः महाराज को बंदी बना लो एवं सारे देश कि सेना को आदेश दो कि राजा रामनरूद्र हमारे बंदी है । सीमाओं पर खडी कवालियर की सेना एवं हमारे किंग की सेना को नुनसर देश पर आक्रमण करने का संकेत दो ।

चतुरसेनः चतुरसेन को जानकारी मिलते ही वह मंत्री राबर्ट के निवास स्थान ओर सेना लेकर बढा परन्तु राजा रामनरूद्र मंत्री राबर्ट के पास बंदी होने के कारण वह कुछ नही कर पाये । 

मंत्री राबर्ट को चतुरसेन की देशभक्ति एवं बुद्धि से बहुत भय था । इसिलिये उसने चतुरसेन की छल से हत्या करा दी । सम्पूर्ण नुनसर देश अब आंग्ल देश के किंग के आक्रमण कारी दमन के भोगने वाला है।

Saturday, October 12, 2013

Atom Bomb: Ram Temple Construction Letter by Akhilesh Govt

Today 12/10/2013, Akhilesh Government has released the letter on the issue of Ram Mandir. The issue is very sensitive in all the aspect. It has again devaluated the value of Akhilesh Government.  First mistake is they must not issue such a letter because Matter is under jurisdiction of supreme court. Second mistake is they have reverted it back. What could be the impact of the is letter bomb. I will try to analyze the impact.

Akhilesh Government has great support of UP people in the election but its various immature decisions has decreased it grading in UP.  We can see the previous event occurred in the UP and their consequences will impact on election 2014. It looks Samajwadi Party strategy makers are utterly confused what to do and how to do in elections 2014 and in this dilemma they are taking decision which will destroy them in UP.

We will see last three highlighted issued in UP and then will discuss about the Ram Temple Construction letter:

     1.       Police officer Zia Ul Haq has been  murdered in Public and accused is his Minister Raja Bhaiya. CM Akhilesh had dealt with matter carelessly . This event has angered both Hindu and Muslim people in UP concern were the Misuse of Power and empowering the criminalization.

     2.        Second disaster happed when Durga Shakti Nagpal has been suspended due to some illegal wall making allegation. There are various version in the air about the issue.  This event has angered the Muslim due to misuse of Mosque name.

     3.       Muzzafar Nagar Riot has detached Hindus from Samajwadi Party as well as Muslim people are also losing faith in the government.

Atom Bomb was this Letter on Ram Temple Construction Letter:

Why this letter has been circulated by Abhilesh Governmen at this time. What they want to convey in public. These are very important questions.  If they forming their mind to support BJP then they will lose the tradition Muslim votes and by this letter I think, they have lost their votes. Now some vote will move to congress.  Durga shakti Nagpal and Police Officer Zia Ul Haq  issue have already damaged a lot to Samajwadi Party . Hindus have already lost their faith in the Party due to the issue of FDI, Muzzafar Nagar.

Suddenly, they raised the Voice for Ram Temple( which is doubtful) and reverted it back within 24 hours . It will be vcomplete disaster among Hindu voter and gain for BJP and Congress. Secondly message will be conveyed in public that Akhlesh Yadav is immature leader.  Opposition party leaders have got Weapon for his government.  It will be very difficult to defend them. They are saved by Phailin Cyclone.

Letter will hit bad   the Abhilesh government in the both side. In the morning they lost muslim votes and in the evening  have lost Hindu votes.