वर्तमान केंद्र सरकार ने गरीबो केा ऐसे लाठी से मारा है कि गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवार मर भी जायेगें एवं लोगो का पता भी न चलेगा । मुझे बहुत ही दुख है कि सरकार ऐसे सिलेंडर सबसिडी स्कीम बनाई जो भारतीय लोगो का पूरी तरह से चूल्हा बुझाने में सक्षम है । इस स्कीम में व्यक्ति को भूखा रहने एवं उधार मांगने के लिये मजबूर कर दिया है ।
सरकार को एक एल0 पी0 जी0 सिलेंडर लगभग 1100 रू में पडता है । यही सिलेंडर भारतीय लोगो को सबसिडी के साथ लगभग 450 रू में मिलता है । यह सबसिडी सरकार लोगो को इसिलिय देती है कि भारतीय लोग इस भरी भरकम महंगा ईधन को वहन नही कर सकते है । अर्थात लगभग 85 से 90 करोड लोग ऐसे है जिनके पास यह 1100 रू महीने संचित करने की क्षमता नही होती है । एवं 1100 रू में अगर यह सिलेंडर बिके तो वह एल0 पी0 जी0 सिलेंडर को रसाई में नही रख पायेगे ।
इस स्कीम में अब लोगो को सिलेंडर 450 रू में न मिलकर 1100 रू में मिलेगा एवं सबसिडी के 650रू सरकार बाद में गा्रहक के बैक खाते में स्थानांतरित कर देगी । इस स्कीम लागू भी हो गई है । और इसने आम लोगों को मारना भी प्रारंभ कर दिया है । वास्तविक स्थिति यह है अब महिलाओ का सदैव सिलेंडर खरीदने के लिये लगभग 1100 रू संचित करने की आवश्यकता पडेगी । एवं उसे सदैव यह रकम अपने पास रखनी होगी । यह रकम वह कही भी उपयोग नही कर सकती है । क्योंकि राशि न रहने पर एल0 पी0 जी0 सिलेंडर आया तो उसे वह खरीद नही सकती है । यह 200 रू प्रतिदिन कमाने वाले परिवारों के लिये गले की फांस बन जायेगी । एवं यू0पी0ए0 2 जो डारक्ट कैस स्थानांतरण के लाभ लेने के बारे में सोच रही है वह हानि में परिवर्तित हो जायेगा ।
रूपये बैक में आने पर महिलाओं को वह रकम लेने के लिये बैंक भी जाना होगा । बैक जाने के लिये उसे आटो किराये आदि मे रू0 को खर्च करना एवं बैकोें में जाकर फार्म भरकर लंबी लाईन में लगना होगा । गरीब महिला के खाते में अगर तय समय में सबसिडी के 650रू नही आये तो उसे फिर से यह सब करना होगा । इस प्रकार वह दो से तीन की मजदूरी से भी गई अर्थात गरीबी उपर आटा भी गीला । एवं एक और भयंकर दुर्घटना कि अगर सबसिडी के रूपये बैंक खाते में आये ही नही है । फिर वेचारी महिला क्या करे।
इसमें महिलाओ को एक और विपत्ति का सामना करना पड सकता है कि उसका पति यदि व्यसन का शिकार है तो ऐसा भी हो सकता है कि यह पैसा महिला के पास पहुंचे ही नही एवं उसे एल0 पी0 जी0 सिलेंडर तो प्राप्त हो जाये परन्तु भोजन के रू पति शराब आदि के लिये व्यय कर चुका है ।
यू0पी0ए0 2 ने भ्रष्टाचार के क्षेत्र में बहुत नाम कमाया है । यह स्कीम भी भ्रष्टाचार करने वालों के गिद्ध भोज है । अवश्य ही पैसे स्थानांतरण में सरकार के सिपाही एवं नौकरशाह गरीबों का पैसे उडाने में देर नही लगायेगें । जनता का बहुत बडा प्रतिशत अभी भी अशिक्षित एवं असहाय है । जिसे यह पता ही नही है कि क्या करना है । उनके रूपये हाथ में न आने पर वह केवल बैंक एवं कंम्पनीज के चक्कर ही काटते रह जायेगे ।
इस एल0 पी0 जी0 सिलेंडर स्कीम के बहुत ही दुखद पहलुओे की चर्चा मैन इस लेख में करने का प्रयत्न किया है । इस दुख को सभी आम भारतीय महसूस करेगें ।
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