मेरा जन्म मध्यप्रदेश में हुआ है । इसिलिये मेरी मातृभाषा हिन्दी है। मै अंग्रेजी जानता हूॅ एवं अंग्रेजी भाषा में पढ, लिख एवं बोल सकता हॅू । बहुत समय तक नागपुर में रहने के कारण में रहनें के कारण मराठी भाषा समझ सकता हॅू । वर्तमान में संस्कृत सीखने का प्रयास कर रहा हूॅ । मेरा पूरा मत है कि संस्कृत को भारत राष्ट भाषा होना चाहिये । क्योंकि संस्कृत ही वह भाषा है जो सम्पूर्ण भारत में विराजमान है एवं संस्कृत भाषा का विश्व में एक अलग ही स्थान है । यह भाषा भारत के प्रत्येक कोने उपस्थित है । विभिन्न संस्थाओ द्वारा इसका प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है ।
परिवहन विकास मंत्रालय इसमें बहुत महत्व का कार्य कर सकता है । अभी वाहन नं प्लेट अंग्रजी भाषा में होती है । कोई कोई भाषा प्रेमी इसें भारतीय भाषाओं में स्वेच्छा के अनुसार लगा लेता है । परंतु मेरा मत है वाहन नं प्लेट को या संस्कृत में होना चाहिये या फिर स्थानीय भाषा में होना चाहिये । इसके लिये दो उपाय किये जा सकतें है कि जो गांडियां राष्टीय परमिट की हो उनके नं संस्कृत में होना ही चाहिय एवं जो वाहन राज्य के परमिट रखतें हो उन्हे राज्यीन भाषा में वाहन नं प्लेट होना चाहिये । इससे संस्कृत को राष्टीय भाषा के रूप में विस्तार मिलेगा एवं स्थानीय भाषा को भी उसका उपयुक्त स्थान प्राप्त हो सकेगा । इस कदम से कुछ अंगे्रजी भाषा के विद्वामानों समस्या हो सकती है परन्तु इन बुद्विजीवियों को एक से ज्यादा भाषाओं का ज्ञान होता है इसिलिये इन्हे इस प्रकार की कोई समस्या का नही आना चाहिये ।
अभी तक यह देखा गया है कि डा. जो दवाईयां लिखते है उनके पदार्थ अंग्रेजी भाषा में लिखे जातें है । एवं डा. भी दवाईयां अंग्रेजी में लिखतें परंतु वास्तविकता यह है कि अभी बहुत बडा भाग अंगे्रजी जानता ही नहीं है अत इस प्रकार से डा. द्वारा लिखी गयी दवाईयों से लोग अनविज्ञ रहतें है । अतः सरकार को दवाइयों के पदार्थ की जानकारी संस्कृत एवं क्षेत्रीय भाषा में ही होना चाहिये । यह जानकारी दोनो ही भाषाओं मे होनी चाहिये ।
अब सोचने की बात यह है कि क्या लोग विरोध नही करेंगें तो अगर संस्कृत के साथ स्थानीय भाषा को महत्व मिले तो तथाकथित अंगे्रजी भाषा के समर्थक जो कि क्षेत्रीय भाषाओ का नाम लेकर वास्तव मुख्य रूप से अंग्रेजी का समर्थन करतें है । इन समर्थकों को विरोध करने का नया तरीका निकालना पडेगा । एवं उसको भी तार्किक करने के लिये बहुत परिश्रम की आवश्यता होगी ।
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